हवा खा कर मोटी हो गयी,
मेरी सुकड़ी फुटबॉल नई.
आओ दोस्तों खेले इससे,
तुम किक्क मारो हम हेड करें;
तुम फॉरवर्ड तू डिफेन्स में;
तुम सेंटर फारवर्ड हम गोली बनें.
फुटबॉल को नाचए,
दौडें मस्ती में हमारी टोली .
गोल जब हो जाये दन्न से
मस्ती में हल्ला बोलें सब के सब.
कभी टांग में अडके कोई गिर जायेगा,
पर उठकर जो आगे खेलेगा,
वही कैप्टेन-सरदार हो जायेगा.
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रविवार, मार्च 07, 2010
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