सुलझी सी,
भोली सी,
सुरीली सी,
समझती सी,
परखती सी,
रानी सी,
कर्मठ जो,
निर्भय वो,
पारखी जो,
कलाकार वो,
शांति दे जो,
दुख हर ले वो,
नटखट जो,
गंभीर वो,
आतुर जो,
धीर वो,
हंसी जो,
आंसू वो,
ईश्वर जो,
मां है वो।
हम रोज़ बस स्टॉप पर टकराते थे, मुस्कुराने लगे, देख एक दूसरे को। अब टकराते नहीं, मिलने लगे हैं जो रोज़। बेमतलब की बातें शुरू हुई कल से, और, आ...
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