ये व्यंग १९९५-९८ के दरमियाँ लेखे गए थे, उसके बाद मुझे कंप्यूटर के चूहे ने काट लिया था और मुझे आईटी प्लेग हो गया । आज में उस प्लेग से उबरने की कोशिश कर रहा हूँ , शुरुआत की है अपने पुराने अख़बारों में प्रकाशित लेखों को यहाँ प्रस्तुत करके ।
आशा करता हूँ कि आप मुझे आईटी प्लेग से उबारने में मेरे सहायक बनेंगे, ताकि मैं हिन्दी देवी के मन्दिर में फ़िर प्रवेश कर सकूं ।
***इन लेखों को पढ़ने हेतु, कृपया image पर click करें. इससे ये image नए पेज पर खुल जायेगा और इसके अक्षर बड़े देखेंगे.
धन्यवाद्,
नीतेश
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रविवार, दिसंबर 13, 2009
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6 टिप्पणियां:
बहुत बहुत स्वागत है.
आपके लेखो का इंतजार है ।
हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
कृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी टिप्पणियां दें
कृपया वर्ड-वेरिफिकेशन हटा लीजिये
वर्ड वेरीफिकेशन हटाने के लिए:
डैशबोर्ड>सेटिंग्स>कमेन्टस>Show word verification for comments?>
इसमें ’नो’ का विकल्प चुन लें..बस हो गया..कितना सरल है न हटाना
और उतना ही मुश्किल-इसे भरना!! यकीन मानिये
बधाई। ब्लॉगजगत में स्वागत।
Are ye plague to mujhe bhee ho gaya hai...!
Mujhe to blog plague ho gaya hai!
ब्लाग जगत में द्वीपांतर परिवार आपका स्वागत करता है।
pls visit...
http://dweepanter.blogspot.com
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