Translate

मंगलवार, दिसंबर 25, 2012

जन्मदिन मुबारक अटलजी

अटलजी को उनके ८८वे जन्मदिवस पर बहुत बहुत शुभकामनाएँ...
ईश्वर उनको दीर्घायु और सुखी एवं स्वास्थवर्धक जीवन प्रदान करें..

अटलजी की कुछ कविताएँ कभी भी पढ़ लो बेहद समसामायिक(relevant) लगती हैं.
जैसे ये:

कौरव कौन, कौन पांडव
 कौरव कौन
 कौन पांडव,
 टेढ़ा सवाल है|
 दोनों ओर शकुनि
 का फैला
 कूटजाल है|
 धर्मराज ने छोड़ी नहीं
 जुए की लत है|
 हर पंचायत में
 पांचाली
 अपमानित है|
 बिना कृष्ण के
 आज
 महाभारत होना है,
 कोई राजा बने,
 रंक को तो रोना है|
-अटल बिहारी वाजपेयी

1 टिप्पणी:

Vaishu's Mann ने कहा…

����������������

रक्षाबंधन 2018