१.
वो नाचा मोर
फुहारते बादल
लो नाव बनाएं?
२.
कागज़ कोरे
मोड़ के नाव बनी
मटकती चली



बस स्टॉप

हम रोज़ बस स्टॉप पर टकराते थे, मुस्कुराने लगे, देख एक दूसरे को। अब टकराते नहीं, मिलने लगे हैं जो रोज़। बेमतलब की बातें शुरू हुई कल से, और, आ...